CM ममता बनर्जी का विस्फोटक बयान
सागरदीघी में चल रहा है रुपयों के खेल, RSS के इशारों पर चल रहे हैं अधीर
कोलकाता : प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी ने सभी को सागरदीघी उपचुनाव में मिली हार को भूलकर पंचायत चुनाव में एकजुट होकर काम करने का आदेश दिया है।
रविवार को उन्होंने मुर्शिदाबाद जिला नेतृत्व से फोन पर बैठक की है। फोन का स्पीकर ऑन करने पर ममता बनर्जी की तमाम बातें सुनाई दीं। सीएम ने जिले के सांसद, विधायक समेत 6 नेताओं से बात की। ममता ने कहा कि अल्पसंख्यकों को गलत समझा जा रहा है।
इसके अलावा सागरदीघी में पैसे का खेल हुआ है। सीएम ने कहा कि तृणमूल समर्थकों को जमीन पर उतरना होगा और सरकारी परियोजनाओं खासकर अल्पसंख्यकों के लिए किए गए कार्यों को बताना होगा। सभी की शिकायतें सुननी होंगी। ममता ने 19 मिनट तक बैठक की।
जिला नेतृत्व के आमंत्रण पर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि वे हायर सेकेंडरी परीक्षा के बाद मुर्शिदाबाद आएंगी। वहीं, पर उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष और सांसद अधीर रंजन चौधरी और आरएसएस पर जमकर निशाना साधते हुए कहा कि अल्पसंख्यकों को टीएमसी के खिलाफ गुमराह किया जा रहा है। सागरदीघी में पैसों का खेल चल रहा है। उन्होंने कहा कि गलत समझाने के कारण ही अल्पसंख्यकों के वोट गंवाने पड़े हैं।
गौरतलब है कि सागरदीघी चुनाव के परिणाम आने के बाद से ही सभी राजनीतिक पार्टियां एक-दूसरे पर निशाना साध रही हैं। शनिवार को अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि था कि अगर तृणमूल बचना चाहती है तो उसको कांग्रेस की शरण में आना ही होगा।
इस बैठक में सीएम ने कहा कि जिले के नेताओं को पार्टी की ओर से जो काम दिया जा रहा है, उसे सभी को करना चाहिए। पार्टी के पास पहले से ही खबरें आ रही हैं कि जिले में कुछ मुद्दों को लेकर लोग शिकायत कर रहे हैं। तो जिले के प्रतिनिधि क्या कर रहे हैं? मैं मानती हूं, हम सागरदीघी में हार गए। लेकिन अनैतिक गठजोड़ थे, पैसे का खेल चल रहा था।
अल्पसंख्यकों को तृणमूल के खिलाफ गलत समझा जाता है। लेकिन मतदान सब कुछ तय नहीं करता है। हमें हर पंचायत और ब्लॉक में जाना है और काम करना है।
वहीं, सांसद खलीलुर रहमान, अबू ताहेरा ने सीएम से फोन पर शिकायत की कि अधीर रंजन चौधरी तृणमूल के खिलाफ सभी को गुमराह कर रहे हैं। इस शिकायत का जवाब देते हुए ममता ने कहा कि अधीर आरएसएस के कहने पर काम कर रहे हैं। वह बीजेपी के नंबर वन शख्स हैं।
क्या तुम समझ रहे हो? और अगर बीजेपी राहुल गांधी को मुख्य विपक्ष के तौर पर पेश करती है तो उन्हें इसका फायदा होगा।