नई दिल्लीः अयोध्या में राम मंदिर को लेकर पूरे जोर-शोर से तैयारियां चल रही है। हालांकि अफवाह भी जबरदस्त तरीके से राम मंदिर को लेकर उड़ रहे हैं। अब बढ़ते अफवाहों को रोकने के लिए सरकार ने एडवाइजरी जारी करते हुए मीडिया आउटलेट्स और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों को राम मंदिर कार्यक्रम से संबंधित झूठी और हेरफेर की गई खबरों को प्रकाशित करने से बचने के लिए कहा है।
सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि “सोशल मीडिया पर कुछ झठी, भड़काऊ और फर्जी मैसेज फैलाए जा रहे हैं, जो सांप्रदायिक सद्भावना और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ सकते हैं।” अयोध्या में राम लला की मूर्ति का अभिषेक समारोह 22 जनवरी को होगा, जिसमें प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और कई अन्य शामिल होंगे। इसमें राम मंदिर समारोह से पहले वीआईपी टिकट, राम मंदिर प्रसाद प्रदान करने का दावा करने वाले कई फर्जी लिंक सोशल मीडिया पर नजर आ रहे हैं। ये सभी लिंक भ्रामक है। क्योंकि जिनको न्यौता जाना है पहले ही चला गया है।
ई-कॉमर्स साइट अमेजन को शुक्रवार को अयोध्या राम मंदिर प्रसाद की लिस्टिंग हटाने के लिए केंद्रीय उपभोक्ता संरक्षण प्राधिकरण की ओर से नोटिस दिया गया था। जिस पर अमेजन की ओर से कहा गया था कि वह अपनी नीतियों के अनुसार ऐसी लिस्टिंग के खिलाफ उचित कार्रवाई कर रहा है। अमेजन ने भी इस गलती को स्वीकार किया है।