ममता का फॉर्मूला ‘नो वोट बीजेपी’  प्रसांगिक  : कुणाल

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत

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कोलकाता : कर्नाटक में बीजेपी की हार और कांग्रेस की जीत से विपक्षी खेमे में खुशी का माहौल है।  बंगााल की  सत्त्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने कर्नाटक में कांग्रेस की जीत पर कहा कि इस नतीजे ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि टीएमसी सुप्रीमो  और सीएम ममता बनर्जी का फॉर्मूला आगामी लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हराने में काफी कारगर है। ममता बनर्जी ने फॉर्मूला दिया है कि जिस प्रदेश में जो पार्टी शक्तिशाली है, वहां वह बीजेपी का मुकाबला करे।

टीएमसी  के  प्रवक्ता कुणाल घोष ने एक बार फिर पार्टी सुप्रीमो की बातों पर प्रकाश डाला। लोग बीजेपी और दिल्ली के चेहरों को खारिज कर रहे हैं। उन्होंने मांग की, जहां भी बीजेपी विरोधी मजबूत हों, उनके सामने वैकल्पिक गठबंधन होना चाहिए। ममता बनर्जी के इस फॉर्मूले की प्रासंगिकता साबित हो रही है।

बंगाल के सीएम ममता बनर्जी ने कर्नाटक चुनाव से पहले दिया ‘नो वोट टू बीजेपी’ का संदेश देते हुए कहा था कि साम्प्रदायिक बीजेपी को वोट न दें।  विकास के लिए वोट करें, लेकिन उन्होंने सीधे तौर पर कांग्रेस को वोट देने का आह्वान नहीं किया था।

बता दें, टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर हाल में बिहार के सीएम  नीतीश कुमार और राजेडी नेता तेजस्वी यादव के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव से मुलाकात की थी। उन्होंने  बीजेपी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ाई का आह्वान किया था।

ममता ने हमेशा किसी भी पार्टी खासकर कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्षी गठबंधन के गठन का विरोध किया था। इसके बजाय, बाकी लोगों को राज्य में सबसे मजबूत राजनीतिक दल का समर्थन करना चाहिए, जो बीजेपी से लड़ सकती है।

घोष ने  कहा कि टीएमसी सुप्रीमो ने पहले कहा था कि उन्हें बीजेपी के खिलाफ लड़ना चाहिए, जहां कांग्रेस मजबूत है, लेकिन तृणमूल प्रवक्ता ने आरोप लगाया कि कांग्रेस बंगाल में बीजेपी की बी टीम के तौर पर काम कर रही है।

दूसरी  ओर, कर्नाटकक में कांग्रेस के नतीजे स्पष्ट होते ही प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अधीर चौधरी ने ममता बनर्जी की भूमिका पर सवाल उठाया। उनका सवाल है कि टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने बीजेपी को वोट ना देने के बावजूद कांग्रेस के पक्ष में वोट देने की अपील नहीं की थी।

इस बीच, टीएमसी सांसद महुआ मैत्रा ने सांप्रदायिकता, जातिवाद और विकास के खिलाफ मतदान करने और वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि का विरोध करने के लिए कर्नाटक के लोगों को बधाई दी।