रांची : करवा चौथ का व्रत सुहागिन महिला अपने पति की लंबी उम्र के लिए रखती हैं। महिलाएं करवा चौथ के दिन कठिन उपवास रखती है और चांद के निकलने तक पानी की एक बूंद भी ग्रहण नहीं करती हैं। दिनभर व्रत पर रहने के बाद रात में चौथ का चांद देखने के बाद चलनी में पति का चेहरा कर ही महिलाएं व्रत का पारण करती हैं।
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पंडित राजेंद्र पांडेय ने सोमवार को बताया कि पंचांग के अनुसार एक नवम्बर को करवा चौथ मनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि करवाचौथ एक सांध्य ब्यापनी व्रत है। जिस दिन सांध्य को चौथ पड़ेगा, उसी भी दिन यह व्रत होगा। ऋषिकेश पंचांग के चंद्रदर्शन रात 8 बजे है। इसलिए 9.30 बजे रात तक चंद्रमा का पूजन और अर्घ्य कार्यक्रम किया जाएगा। कुछ जगहों पर पति-पत्नी एक साथ मिलकर व्रत करते हैं और साथ मिलकर व्रत तोड़ते हैं।