एक महीने में 60 हजार से ज्यादा मौत,कोरोना से मौत के डरावने आंकड़े
चीन में पिछले एक महीने के दौरान 60 हजार से ज्यादा लोगों की मौत कोरोना संबंधित बीमारियों के कारण हुई है।
नई दिल्ली । नए साल से पहले चीन में आए कोरोना के ओमिक्रॉन सब-वैरिएंट ने चीन में कहर मचा दिया है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के चिकित्सा प्रशासन ब्यूरो के प्रमुख जिओ याहुई (Jiao Yahui) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि चीन में पिछले एक महीने के दौरान 60 हजार से ज्यादा लोगों की मौत कोरोना संबंधित बीमारियों के कारण हुई है।
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चीन की ओर से कोविड बुलेटिन नहीं जारी करने पर दुनियाभर से लगातार उठ रहे सवालों के बीच चीन ने कोविड जीरो पॉलिसी हटने के बाद पहली बार बुलेटिन जारी किया है। इससे पहले चीन ने एक महीना पहले कोविड बुलेटिन जारी किया था।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जिओ याहुई ने बताया कि 8 दिसंबर 2022 से लेकर 12 जनवरी 2023 के बीच चीन में कुल 59,938 लोगों की मौत कोविड संबंधित बीमारियों के कारण हुई।
चीनी राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के चिकित्सा मामलों के विभाग के निदेशक जिओ याहुई ने कहा कि चीन में कोविड संक्रमण के कारण सांस में तकलीफ के चलते 5,503 मौतें दर्ज की गई. वहीं, 54,435 लोगों की मौत कोविड संबंधित अन्य बीमारियों के कारण हुई।
सरकारी आंकड़ों में भले ही मरने वालों की संख्या 60 हजार बताई गई हो, लेकिन असल में यह आंकड़े और भी भयावह हो सकते हैं। क्योंकि अगस्त 2022 में चीन ने कोरोना से होने वाली मौत की गिनती का तरीका बदल दिया था। यह तरीका विश्व स्वास्थ्य संगठन के बताए फॉर्मूले से बिल्कुल अलग है।
चीन में सिर्फ सांस की बीमारी और निमोनिया से हुई मौतों को ही कोरोना संक्रमण से मरने वाले लोगों की संख्या में जोड़ा जा रहा है। जबकि साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के अनुसार 90 फीसदी मौतें 65 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की हुई है।
बता दें कि कोरोना से होने वाले मौत के नियमों में बदलाव और कोविड डेटा नहीं जारी करने पर दुनियाभर में चीन की किरकिरी हो रही थी। पारदर्शिता की कमी पर सवाल उठाते हुए कई देशों ने चीन से आने वाले यात्रियों पर प्रतिबंध लगा दिया था। जिसके बाद चीन ने जीरो कोविड पॉलिसी हटने के बाद पहली बार कोविड बुलेटिन जारी किया है।
हालांकि चीनी विदेशी मंत्रालय ने कहा है कि अमेरिका पर भी इस तरह का दबाव बनाया जाना चाहिए, ताकि अमेरिका भी XBB.1.5 सब-वैरिएंट पर अपना डेटा समय पर रिलीज करे।
वहीं दूसरी ओर महामारी विशेषज्ञ एरिक फिगल डिंग ने आशंका जताई है कि कोरोना इस लहर में दस लाख से ज्यादा लोगों को अपनी चपेट में ले सकता है। कुछ स्वास्थ्य विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले कुछ महीनों में चीन की 60% और दुनिया की 10% आबादी इससे संक्रमित हो सकती है।