गोआ : शंघाई सहयोग सगंठन (SCO) के विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने को लेकर पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी भारत दौरे पर हैं। इसी बीच पाकिस्तान घोषणा की है कि 600 भारतीय मछुआरों को गुडविल जेस्चर के तौर पर छोड़ा जायेगा। बता दें कि पाकिस्तान ने कहा था कि इन मछुआरों ने समुद्री सीमा का उल्लघंन किया था। इसीलिए इन्हें कैद में रखा गया था। जानकारी के अनुसार 600 में से 200 मछुआरों को 12 मई को छोड़ा जाएगा व अन्य 400 मछुआरों 14 मई को रिहा किया जाएगा। ये निर्णय ऐसे समय में लिया गया है जब बिलावल भुट्टो गोवा के बेनौलिम के एससीओ की विदेश मंत्रियों की मीटिंग में शुक्रवार को शामिल हुए थे। वहीं इस निर्णय को एक सकारात्मक कदम के तौर पर देखा जा रहा है।
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गौरतलब है कि बिलावल पिछले 12 सालों में भारत का दौरा करने वाले पहले पाकिस्तानी विदेश मंत्री हैं। साल 2011 में पाकिस्तान की तत्कालीन विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने भारत का दौरा किया और अपने तत्कालीन समकक्ष एस एम कृष्णा के साथ बातचीत की थी। इसके अलावा तत्कालीन प्रधानमंत्री नवाज शरीफ 2014 में पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए थे। उल्लेखनीय है कि विदेश मंत्री एस जयशंकर ने पाकिस्तान के अपने समकक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी की मौजूदगी में एससीओ की बैठक में दो टूक कहा कि बिना किसी भेदभाव के आतंकवाद के सभी स्वरूपों और इसके वित्तपोषण को रोकना चाहिए। वहीं पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने कहा कि जब वे इस विषय पर बोलते हैं, तो वे न केवल पाकिस्तान के विदेश मंत्री के रूप में बोलते हैं, जिनके लोगों ने सबसे ज्यादा हमलों में सबसे ज्यादा नुकसान उठाया है, वे उस बेटे के रूप में भी बोलते हैं जिसकी मां की हत्या आतंकवादियों ने की थी।