प्रकृति पर्व सरहुल की तैयारी पूरी, पारंपरिक अनुष्ठान व विधि-विधान से की गई पूजा-अर्चना

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रांची : 10 अप्रैल को केंद्रीय सरना संघर्ष समिति सह हेसल सरना समिति के संयुक्त तत्वाधान में पिस्का मोड़ सत्यारी सरना स्थल पर सोमरा पाहन, भुनु पहचान, जोगेंद्र पाहन के नेतृत्व में पारंपरिक रीति-रिवाज व पूजा-अर्चना के साथ किया गया। सभी ने एक दूसरे को अबीर गुलाल और सरे फूल लगाकर गले मिलकर सरहुल पूजा की शुभकामनाएं दीं। केंद्रीय सरना संघर्ष समिति के प्रदेश अध्यक्ष शिवा कच्छप ने कहा कि प्राकृतिक हमे जीवन जीने का तरीका सिखाता है, प्राकृति के बिना हमरा जीवन अधुरा है , प्राकृति के साथ छोड़ छाड़ करने से तरह – तरह के आपदा का सामना करना पड़ सकता है , इसलिए हम सभी को प्राकृतिक को संयोज कर रखना हम सभी का कर्तव्य ही नही हमरा धर्म भी है। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सती तिर्की, अनिता उराँव, शोभा तिर्की, नीलम उराँव, नूरी तिर्की, मीना देवी, प्रमिला उराँव, जीतू तिर्की, बाबू टोप्पो, बिष्णु तिर्की, सुनीता कुजूर, पार्वती टोप्पो, दुलारी तिर्की, रजनी तिर्की आदि उपस्थित थे।

 

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