शुरू हो गई भाजपा और मोदी को घेरने की तैयारी

कल ममता-केजरीवाल मुलाकात संभव

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कोलकाता : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रदेश की सीएम ममता बनर्जी से मुलाकात करेंगे। इस कड़ी में वे मंगलवार को कोलकाता आ रहे हैं और उसी दिन दोपहर में नवान्न में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ बैठक करेंगे। दोनों मुख्यमंत्रियों की बैठक में विपक्षी गठबंधन बनाने के मुद्दे पर सहमति की उम्मीद है।

गौरतलब है कि पिछले कुछ महीनों से विभिन्न गैर-बीजेपी नेता ममता बनर्जी के साथ मिल रहे हैं और लोकसभा चुनाव के पहले विरोधी दलों को एकजुट करने की कोशिश कर रहे हैं। ममता बनर्जी ने भी विरोधी दलों को एकजुट होने का आह्वान किया है।

इससे पहले जीडीएस के नेता कुमारस्वामी कोलकाता आये थे। उसके पहले समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने कोलकाता में आकर ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। कुछ दिन पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी कोलकाता में ममता बनर्जी से मुलाकात की थी। गौरतलब है कि कांग्रेस सभी गैर-बीजेपी दलों के बराबर संपर्क में नहीं है। पश्चिम बंगाल की तृणमूल कांग्रेस के साथ भी कांग्रेस के संबंध बहुत अच्छे नहीं हैं। ममता बनर्जी ने पहले कांग्रेस और भाजपा से समान दूरी रखने वाली पार्टियों को एकजुट होने का आह्वान किया था।

नीतीश-केजरीवाल वार्ता

इससे पहले अरविंद केजरीवाल और नीतीश कुमार के साथ रविवार को लंबी बातचीत हुई। नीतीश कुमार अचानक अरविंद केजरीवाल के घर पहुंचे थे।  इस दौरान बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी मौजूद थे।

इस दौरान नीतीश कुमार ने दिल्ली में सेवा विवाद को लेकर अरविंद केजरीवाल का खुलकर समर्थन दिया। बिहार के मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश पर ऐतराज जताते हुए कहा कि एक चुनी हुई सरकार को दी गई शक्तियां कैसे छीनी जा सकती हैं? यह संविधान के खिलाफ है।

हम सभी विपक्षी पार्टियों को साथ लाने की कोशिश कर रहे हैं। अरविंद केजरीवाल अगर इस मुद्दे को पूरे जोर-शोर से उठा रहे हैं, तो इसके पीछे सिर्फ दिल्ली की सियासत नहीं है। उनकी नजर 2024 के लोकसभा चुनावों पर भी है।

अगर किसी मुद्दे पर देश भर में हवा बन गई, तो बीजेपी के लिए फिर से सत्ता हासिल करना मुश्किल हो सकता है। दूसरी ओर कांग्रेस, जेडीयू, सपा, तृणमूल कांग्रेस और एनसीपी सहित कई पार्टियां, विपक्षी एकता के लिए प्रयास कर रही हैं। अगर विपक्षी गठबंधन बना तो उसके नेता के तौर पर अरविंद केजरीवाल भी अपनी दावेदारी पेश कर सकते हैं।