SSC ने सिफारिशी पत्र देने के लिए 65 अभ्यर्थियों को बुलाया

'योग्य' अभ्यर्थियों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू

141

कोलकाताः स्कूल सेवा आयोग (SSC) ने ‘अयोग्य’ शिक्षकों की जगह पर ‘योग्य’ अभ्यर्थियों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू कर दी है। शुक्रवार को एसएससी की ओर से सिफारिशी पत्र देने के लिए 65 अभ्यर्थियों को काउंसिलिंग के लिए बुलाया गया।

काउंसिलिंग के जरिए इन अभ्यर्थियों को 9वीं और 10वीं कक्षाओं के शिक्षक के रूप में नियुक्ति की जाएगी। इन 65 अभ्यर्थियों में से कई लोग शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन में भी शामिल थे।

इसे भी पढ़ेंः टेट गलत प्रश्न मामला: हाईकोर्ट ने पर्षद-वादी पक्ष से तलब किया जवाब

एसएससी के चेयरमैन सिद्धार्थ मजूमदार ने कहा, एसएससी ने सितंबर महीने में कलकत्ता हाईकोर्ट में एक हलफनामा दाखिल किया था जिसमें बताया गया था कि 183 अभ्यर्थियों को डेटाबेस के अनुसार रैंक उत्तीर्ण करके सिफारिशी पत्र मिले हैं।

उन्होंने यह भी कहा कि जिला शिक्षा विभाग के जिला निरीक्षकों (डीआई) द्वारा उपलब्ध तथ्य के मुताबिक 102 ‘अयोग्य’ अभ्यर्थियों ने नौकरी ज्वाइन नहीं की है। हाईकोर्ट ने रिक्त पद पर मेधा सूची के अनुसार नियुक्ति करने का आदेश दिया है।

सिद्धार्थ ने कहा, हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक 102 अभ्यर्थी नहीं मिले। कुछ मामलों में मेधा सूची नहीं मिली। अंत में 68 अभ्यर्थी मिले हैं। उनमें से 3 अभ्यर्थी के साथ समस्या थी। इस बारे में गुरुवार को हाईकोर्ट में हलफनामा देकर जानकारी दी गई।

उन्होंने बताया कि इसके बाद शुक्रवार को ‘अयोग्य रिक्त पदों’ पर सिफारिशी पत्र देने के लिए 65 अभ्यर्थियों बुलाया गया। इससे पहले एसएससी ने राज्य के कुछ स्कूलों में खाली पदों की सूची जारी की थी।

उल्लेखनीय है कि 1 दिसंबर को हाईकोर्ट के न्यायाधीश अभिजीत गंगोपाध्याय के आदेश पर एसएससी ने अपनी वेबसाइट पर 183 अयोग्य अभ्यर्थियों की सूची जारी की थी।

इस सूची में फर्जी सिफारिशी पत्र के आधार पर नौकरी पाने वाले 183 शिक्षकों का नाम, रोल नंबर, आवेदन संख्या और किस विषय के लिए आवेदन किया था सभी जानकारियां प्रकाशित की गयी थी। बांग्ला के साथ-साथ अंग्रेजी, गणित, इतिहास, भूगोल, जीवन विज्ञान, भौतिक विज्ञान के शिक्षक भी इस सूची में थे।
इस सूची के अनुसार अंग्रेजी के शिक्षकों को सबसे अधिक फर्जी सिफारिशी पत्र के साथ नौकरियां मिलीं थीं।

183 अयोग्य शिक्षकों में से 57 अंग्रेजी के शिक्षक हैं। भूगोल में 30, जीवन विज्ञान में 22, बांग्ला में 21, गणित और भौतिक में 18-18 और इतिहास में 17 शिक्षकों की फर्जी सिफारिशी पत्र के आधार पर नियुक्ति की गई थी।