SSKM अस्पताल ने फिर रचा इतिहास

       बच्चे की आंख में घुसी कैंची, जोखिम भरा ऑपरेशन सफल

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Kकोलकाता: बाईं आंख के अंदर कैंची घुस गयी। एसएसकेएम के ट्रॉमा केयर सेंटर में करीब दो साल के शेख मिखाइल को देखकर डॉक्टर हैरान रह गये। बच्चे को तुरंत सर्जरी के लिए ले जाया गया। करीब दो घंटे की सर्जरी के बाद दो दिन तक आईसीयू में रहने के बाद सोमवार दोपहर वह अपनी मां की गोद में आया।

शेख मिखाइल हावड़ा के मुंशीरहाट के नरेंद्रपुर निवासी शेख आरिफ अली का इकलौता बेटा है। पिछले शुक्रवार की शाम 1 साल 10 महीने का मिखाइल घर के अंदर खेल रहा था। कभी बिस्तर का पाया पकड़कर खड़े होने की कोशिश करता, तो कभी रेंग रहा था। रज्जब अली थोड़ी दूर बैठे अपने पोते को देख रहे थे। अचानक चीख सुनायी दी। रज्जब ने सिर घुमाया और देखा कि उसका पोता बिस्तर के बगल में प्लास्टिक की टोकरी में पड़ा हुआ है। उसकी आंख से खून निकल रहा है। उसने उसे गोद में उठाया तो देखा कि मूंछें काटने वाली कैंची बायीं आंख की पुतली के किनारे से होकर आड़ी-तिरछी घुस गई है।

हैरान होकर मिखाइल की मां अपने बेटे को गोद में लेकर सड़क की ओर भागी। परिजन पहले उसको जगतबल्लबपुर अस्पताल ले गए। बच्चा का ऐसा दुखद मंजर देखकर जगतवल्लभपुर के डॉक्टरों ने कोई जोखिम नहीं उठाया। सीधे एसएसकेएम अस्पताल रेफर कर दिया। न्यूरोसर्जरी विभागाध्यक्ष डा. शुभाशीष घोष ने बच्चे को देखा और समझा कि कैंची का अगला हिस्सा आंख के माध्यम से ललाट कक्षा में घुस गया है।

सोमवार दोपहर को शुभाशीष ने कहा कि अत्यधिक जोखिम था। अगर माथे की आगे की हड्डी चटक गई हो तो भी कैंची निकाल ली जाती है। किसी तंत्रिका को कोई क्षति नहीं हुई है। नेत्र रोग विशेषज्ञ ने भी जांच की। ऐसा लगता है कि आंखों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। आंखों की कुछ और जांचें की जाएंगी लेकिन बच्चा सुरक्षित है। ट्रॉमा केयर के बाहर खड़े रज्जब अली ने कहा कि पोता बड़े खतरे से बच गया। उसकी तो जैसे जान में जान आ गई।