लालन शेख मामले में TMC विधायक मदन मित्रा का बयान
शुभेंदु को रस्सी से बांधकर किया जाना चाहिए गिरफ्तार
कोलकाताः पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में सीबीआई के अस्थायी कैंप में बगटुईकांड के मुख्य आरोपी लालन शेख की हुई मौत की घटना को लेकर राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गयी है।
लालन शेख की रहस्यमय मौत को लेकर प. बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) के विधायक मदन मित्रा ने विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी (BJP)नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी पर निशाना साधा है।
TMC विधायक मदन मित्रा ने (BJP) नेता शुभेंदु अधिकारी को गिरफ्तार करने की मांग की है। मित्रा ने शुभेंदु के दिसंबर-तथ्य को आधार बनाकर यह मांग की है। उन्होंने कहा कि शुभेंदु ने कहा था 12 दिसंबर को ऑपरेशन किया जाएगा लेकिन सबसे पहले शुभेंदु को ही रस्सी से बांधकर गिरफ्तार किया जाना चाहिए। यह आत्महत्या है या हत्या, कौन कहेगा ?
दूसरी ओर, बीजेपी नेता शुभेंदु अधिकारी ने बगटुईकांड के मुख्य आरोपी लालन शेख की सीबीआई हिरासत में हुई मौत को लेकर तृणमूल पर निशाना साधा है। अधिकारी ने कहा कि लालन शेख की मौत की घटना से तृणमूल के लोग उत्साहित महसूस कर रहे हैं लेकिन उन्हें समझना
चाहिए कि ममता की पुलिस लालन शेख की सुरक्षा में थी। इसलिए शीशे के घर में बैठकर पत्थर न फेंके तो ही अच्छा है। इसके साथ ही बीजेपी नेता ने लालन शेख की मृत्यु की सच्चाई सामने लाये जाने की भी बात कही।
इसे भी पढ़ेंः चतरा में लेवी मांगने वाले दो नक्सली समर्थक गिरफ्तार
उल्लेखनीय है कि बगटुईकांड के मुख्य आरोपी लालन शेख की सीबीआई के अस्थायी कैंप में हुई मौत को लेकर बड़ा विवाद पैदा हो गया है। मृत लालन की पत्नी ने सीबीआई पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि मामले पर लिपापोती करने लिए सीबीआई ने 50 लाख रुपये मांगे थे।
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि लालन की हत्या करने के बाद उसके शव को फंदे से लटका दिया गया। ऐसी स्थिति में लालन शेख की मौत को लेकर राजनीतिक नेताओं का बयानबाजी भी शुरू हो गयी है।
पश्चिम बंगाल की सीएम और तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने भी लालन शेख की मौत को लेकर सवाल उठाये हैं। उन्होंने कहा कि सीबीआई को लालन की हिरासत में हुई मौत के बारे में जवाब देना चाहिए। अगर सीबीआई इतनी ही होशियार है तो ऐसी घटना कैसे हो गई ?