ग्रेटर नोएडा में गंगाजल की आपूर्ति शुरू

17 साल का इंतजार हुआ खत्म

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ग्रेटर नोएडाः उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (एनसीआर) के ग्रेटर नोएडा में लोगों को आज से आरओ और फिल्टर से मुक्ति मिल गयी। योगी सरकार का दावा है कि उसका ‘भगीरथ’ प्रयास सफल होने के बाद 17 साल का इंतजार मंगलवार को खत्म हुआ, जब सीम योगी आदित्यनाथ ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) को निशुल्क गंगाजल आपूर्ति का तोहफा दिया।

योगी आज यहां एक कार्यक्रम में जल सयंत्र का उद्घाटन किया। इससे पानी की आपूर्ति के लिये भूजल पर निर्भरता कम होगी। इससे भूजल स्तर में भी सुधार होगा।

ग्रेटर नोएडा में गंगाजल लाने का प्रस्ताव सबसे पहले 2005 में बना था। इसे अमलीजामा पहनाने की कवायद योगी सरकार ने तेज की, जिसके फलस्वरूप यह आज उद्घाटन के लिये तैयार हो पाया।

इस पर सीएम योगी ने ट्वीट भी किया और लिखा कि ग्रेटर नोएडा में आज ₹1,670 करोड़ लागत की विभिन्न विकास परियोजनाओं का लोकार्पण/शिलान्यास संपन्न हुआ।

ये परियोजनाएं गौतमबुद्ध नगर समेत आसपास के जनपदों के बहुमुखी विकास को नए आयाम प्रदान करेंगी।

सभी को हार्दिक बधाई!

गौरतलब है कि दो दिन के नोएडा प्रवास पर आये योगी ने कल ग्रेटर नोएडा में प्रदेश के पहले डाटा सेंटर का उद्घाटन किया था। आज वह ग्रेटर नोएडा में जैतपुर जलाशय पर बने जल सयंत्र का लोकार्पण किया। इससे घरों तक गंगाजल पहुंचेगा। करीब 85 क्यूसेक गंगाजल आपूर्ति की परियोजना पर लगभग 800 करोड़ रुपये की लागत आयी है।

सरकार का दावा है कि गंगाजल आपूर्ति का लाभ 10 से 12 लाख की जनसंख्या को मिलेगा। पाइपलाइन से गंगाजल की घर-घर आपूर्ति प्रारंभ होने के बाद स्थानीय लोगों को अब घर में आरओ या फिल्टर लगाने की जरूरत नहीं होगी। गंगाजल की आपूर्ति के लिये बिछाई गयी 23 किमी लंबी पाइपलाइन पूरी तरह भूमिगत है। यह अंडरग्राउंड रिजर्वायर से जुड़ी है।

पहले चरण में ग्रेटर नोएडा की 40 फीसदी आबादी को इसका फायदा मिलेगा। इससे ग्रेटर नोएडा के सेक्टर ईटा, नॉलेज पार्क और गोल्फ कोर्स सहित 22 बड़े सेक्टरों को जलापूर्ति होगी। इन सेक्टर के जलाशयों से बड़े टैंकों में जल आपूर्ति होगी।

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