सूर्य मिशन-आदित्य एल1 एल 1 के आसपास एक हेलो कक्षा में पहुंचा

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नई दिल्लीः इंडियन स्पेस रिसर्च ओर्गनाइजेशन ने एक बार फिर देश का सर गर्व से ऊंचा कर दिया है। कुछ दिन पहले चंद्रयान-3 की सफलता ने पूरे विश्व का ध्यान अपनी ओर खींच लिया था। इसके कुछ दिन बाद इसरो ने सूर्य मिशन-आदित्य एल1 को लांच किया था। अब उसी को लेकर खबर आ रही है कि सितंबर 2023 में आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से लॉन्च किया गया आदित्य एल1 आज अपनी आखिरी और बेहद जटिल प्रक्रिया से होकर गुजरा। इसी के साथ स्पेस क्राफ्ट पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर दूर सूर्य-पृथ्वी सिस्टम के लैग्रेंज प्वाइंट (एल 1) के आसपास एक हेलो कक्षा में पहुंच चुका है। एल1 प्वाइंट पृथ्वी और सूर्य के बीच की कुल दूरी का लगभग एक प्रतिशत है। अपने आखिरी पड़ाव पर पहुंचने के बाद अंतरिक्ष यान बिना किसी ग्रहण के सूर्य को देख सकेगा।

इतनी बड़ी सफलता पर पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर इसरो को बधाई दी है।पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा है कि “भारत ने एक और माइलस्टोन हासिल किया है। भारत की पहली सोलर ओबजर्वेटरी आदित्य-एल 1 अपनी मंजिल तक पहुंच गई। यह सबसे जटिल अंतरिक्ष मिशनों में से एक को साकार करने में हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है। मैं देशवासियों के साथ इस असाधारण उपलब्धि की सराहना करता हूं। हम मानवता के लिए विज्ञान की नई सीमाओं को आगे बढ़ाते रहेंगे।”