शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार मामला : कुंतल का केंद्रीय जांच एजेंसी पर गंभीर आरोप
झूठ बोल रहा ईडी, गलत दिशा में हो रही जांच
कोलकाताः शिक्षक भर्ती भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार तृणमूल के युवा नेता कुंतल घोष ने केंद्रीय जांच एसेंजी पर जांच को गलत दिशा में ले जाने का गंभीर आरोप लगाया है। साथ ही कुंतल ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर झूठ बोलने का भी आरोप लगाया है।
शुक्रवार को अलीपुर की विशेष कोर्ट में पेश होने के दौरान पत्रकारों ने कुंतल घोष से सुजय कृष्ण भद्र उर्फ कालीघाट के काकू और तापस मंडल के बारे में सवाल किये। इस पर कुंतल ने कहा कि ईडी झूठ बोल रहा है।
उनकी बातों को गलत तरीके से पेश किया गया है। अगर हिम्मत है तो उनके बयान को कोर्ट में पेश किया जाये। ईडी के अधिकारी एक पब्लिक सर्वेंट हैं। बीजेपी या शुभेंदु अधिकारी उनके बॉस नहीं हैं।
वहीं, कोर्ट में पेशी से पहले जब भर्ती मामले में आरोपी तापस मंडल से सुजयकृष्ण भद्र की गिरफ्तारी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जो कुछ कहना है, वह कुंतल घोष कहेगा। इसके बाद कुंतल ने कहा कि ईडी झूठ बोल रहा है। जांच को गुमराह किया जा रहा है।
बता दें, इससे पहले कोर्ट में पेशी के दौरान कुंतल ने दावा किया था कि उन पर तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभिषेक बनर्जी का नाम लेने के लिए दबाव बनाया जा रहा है।
बाद में घोष ने जेल से पत्र लिखकर अलीपुर कोर्ट और हेस्टिंग्स थाने में शिकायत की थी। सीबीआई ने कुंतल घोष के पत्र के संबंध में अभिषेक बनर्जी को तलब किया था। उनसे करीब साढ़े नौ घंटे तक पूछताछ की गई था।
ईडी सूत्रों के मुताबिक, भर्ती भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार तापस ने जांचकर्ताओं को कालीघाट के काकू के साथ अवैध भर्ती के संबंध में जानकारी दी थी। तापस के बयान के मुताबिक पिछले साल नवंबर में 323 टीईटी अभ्यर्थियों की सूची सुजय को भेजी गई थी। उनकी ओर से सूची प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के तत्कालीन अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य को भेजी गई थी।
ईडी का दावा है इस साल फरवरी में कुंतल ने अपना बयान दर्ज किया था। जिसमें कुंतल ने कहा था कि उन्होंने 2014 के टीईटी अभ्यर्थियों पर चर्चा करने के लिए कालीघाट के काकू से संपर्क किया था। कुंतल अवैध तरीके से टीएटी उत्तीर्ण करवा कर कई अभ्यर्थियों को शिक्षक के रूप में नियुक्त करना चाहता था।
सुजय ने तब कुंतल को आश्वासन दिया कि अगर वह पार्थ से बात करेंगे तो उनका काम हो जाएगा। इसी दौरान कुंतल ने सुजय को 70 लाख रुपये दिए थे। सुजय के कहने पर उन्होंने पार्थ को 10 लाख रुपये और दिये थे। हालांकि, ईडी ने कहा, 30 मई को भद्र उर्फ कालीघाट के काकू ने पूछताछ के दौरान इस लेन-देन से इनकार किया था।