संदेशखाली में टीएमसी ने किया घोर पाप : पीएम

 पश्चिम बंगाल के हर हिस्से में पहुंचेगा संदेशखाली का तूफान

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कोलकाता, सूत्रकार : पिछले दो महीने से भी अधिक समय से जारी संदेशखाली विवाद के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नॉर्थ 24 परगना के बारासात में नारी शक्ति वंदन अभिनंदन कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि बीजेपी नारी शक्ति को विकसित भारत की शक्ति बना रही है। आज का ये विशाल कार्यक्रम इस बात का साक्षी है।

उन्होंने कहा कि बीते 10 साल में बीजेपी ने बंगाल के विकास के लिए ईमानदारी से काम किया है। ऐसे काम को देखते हुए ही पूरा देश कह रहा है अबकी बार एनडीए सरकार 400 पार। पश्चिम बंगाल भी कह रहा है अबकी बार एनडीए सरकार। वहीं, ‘परिवार’ वाले बयान पर पीएम मोदी ने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्ष आजकल मेरे परिवार के बारे में पूछ रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि तुष्टिकरण और रंगदारों के दबाव में काम करने वाली तृणमूल सरकार कभी भी बहन-बेटियों को सुरक्षा नहीं दे सकती। वहीं, दूसरी तरफ भाजपा की केंद्र सरकार है, जिसने बलात्कार और रेप जैसे संगीन अपराध के लिए फांसी की सजा तक की व्यवस्था की है। संकट के समय बहनें आसानी से शिकायत कर सकें, इसके लिए महिला हेल्पलाइन बनाई गई है। लेकिन तृणमूल सरकार इस व्यवस्था को यहां लागू नहीं होने दे रही है। ऐसी महिला विरोधी तृणमूल सरकार महिलाओं का कभी भला नहीं कर सकती। नारी शक्ति का यह अपमान केवल संदेशखाली तक ही सीमित नहीं रहेगा। पूरे बंगाल में संदेशखाली तूफान आएगा।

संदेशखाली में नारी शक्ति पर ‘अत्याचार का घोर पाप’

मोदी ने कहा कि प्रदेश की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के राज में संदेशखाली में नारी शक्ति पर ‘अत्याचार का घोर पाप’ हुआ है और इससे हर किसी का सिर शर्म से झुक गया है। मोदी ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के नेतृत्व वाली सरकार बंगाल की महिलाओं के गुनाहगारों को बचाने के लिए ‘पूरी शक्ति’ लगा रही है जबकि उसे उच्च न्यायालय से लेकर उच्चतम न्यायालय तक में झटका लगा।

बंगाल की हर माता-बहन मोदी की परिवार

विपक्षी दलों की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि ये लोग पूछते हैं कहां है मेरा परिवार? बंगाल की माताएं-बहनें मोदी की परिवार हैं। ये घोर परिवारवादी यहां नजर डाल लें। पीएम मोदी ने कहा कि हर देशवासी मोदी को अपना परिवार कह रहा है। देश का हर गरीब मोदी को अपना परिवार कह रहा है।

कोलकाता मेट्रो का बीजेपी सरकार में विकास

पीएम मोदी ने कहा कि कोलकाता तो वह शहर है, जिसकी मेट्रो को देखकर कितनी ही पीढ़ियां बड़ी हुई हैं। जब यहां मेट्रो की शुरुआत हुई, शुरुआती 40 साल में कोलकाता मेट्रो का सिर्फ 28 किलोमीटर का कॉरिडोर बना था। जबकि, बीजेपी सरकार के बीते 10 सालों में कोलकाता मेट्रो का 31 किलोमीटर विस्तार हो चुका है।

संदेशखाली की पीड़ित महिलाओं को देख भावुक हुए पीएम

पश्चिम बंगाल के संदेशखाली मामले को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वहां घोर पाप हुआ है। तृणमूल कांग्रेस के राज में वहां पर अत्याचार हो रहा है। उन्होंने संदेशखाली की पीड़िताओं को देखकर भावुक होने के बाद उक्त बातें कहीं। पीएम ने कहा कि संदेशखाली में घोर पाप हुआ है। वहां जो कुछ भी हुआ उससे किसी का भी सिर शर्म से झुक जाएगा लेकिन टीएमसी सरकार को आपके दुख से कोई फर्क नहीं पड़ता है।

कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी ने यह भी कहा कि जब भी मोदी को कोई भी कष्ट होता है तब यही माताएं-बहनें और बेटियां कवच बनकर मोदी की रक्षा के लिए खड़ी हो जाती हैं। आज हर देशवासी खुद को मोदी का परिवार कह रहा है। आज देश का हर गरीब, हर किसान, हर नौजवान और बहन-बेटी कह रहे हैं कि मैं ‘मोदी का परिवार’ हूं।

‘पूरा देश में मेरा परिवार’

पश्चिम बंगाल के बारासात में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक पुराना किस्सा सुनाया। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्षों तक मैं बिना एक पैसे के कंधे पर झोला लेकर घूमता रहा, लेकिन मैं एक दिन भी भूखा नहीं रहा। इसीलिए मैं कहता हूं कि 140 करोड़ देशवासी ही मेरा परिवार हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को पश्चिम बंगाल के बारासात में ”नारी शक्ति वंदन कार्यक्रम” को संबोधित करते हुए बताया कि आखिर वह पूरे देश को अपना परिवार क्यों मानते हैं। उन्होंने एक पुरानी घटना का जिक्र किया। प्रधानमंत्री ने बताया कि जीवन का एक पहलू जिसके विषय पर मैं आमतौर पर नहीं बोलता हूं, लेकिन आज जब माताएं-बहनें बैठी हैं, तो मेरा बोलने का मन कर रहा है। उन्होंने कहा कि मैं बहुत छोटी आयु में एक झोला लेकर घर छोड़कर चला गया था। देश के कोने-कोने में भटक रहा था। मेरी जेब में कभी एक पैसा नहीं रहता था लेकिन, देशवासियों को जानकर गर्व होगा, मेरा देश कैसा है, मेरे देश की माताएं-बहनें कैसी हैं, मेरे देश का हर परिवार कैसा है।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि जेब में एक पैसा नहीं होता था, ना भाषा जानता था। कंधे पर एक झोला लटका हुआ था और मैं देखता था कोई ना कोई परिवार, माताएं-बहनें पता नहीं क्या कारण है कि मुझसे पूछ लेते थे कि भाई-बेटा कुछ खाना खाया कि नहीं और आज मैं देशवासियों को बता रहा हूं कि मैं एक भी दिन भूखा नहीं रहा। इसीलिए मैं कहता हूं कि 140 करोड़ देशवासी ही मेरा परिवार हैं।