मुर्शिदाबादः पश्चिम बंगाल नदिया के थानापाड़ा इलाके से शनिवार सुबह दो लोगों को नवदा हत्याकांड मामले में टीएमसी नेता की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
मुर्शिदाबाद के नवदा थाने की पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान सईद विश्वास उर्फ विश्वजीत और खतीब मंडल उर्फ इसराफिल के रूप में हुई है।
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विश्वजीत नदिया के थानरपाड़ा के सादीपुर इलाके का रहने वाला है। वहीं, इसराफिल का घर थानापाड़ा इलाके के टोपला गांव में है। पुलिस सूत्रों के अनुसार इसराफिल ने इस घटना में सुपारी किलर का काम किया था।
इसराफिल को गिरफ्तार कर जिला अदालत में पेश किया गया। सूत्रों के मुताबिक थाने में सईद बिस्वास से पूछताछ की जा रही है। हालांकि टीएमसी के नेता मतिरुल के परिवार ने तृणमूल के अध्यक्ष समेत 10 लोगों के नाम शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस उनमें से किसी को भी हिरासत में नहीं ले सकी और न ही गिरफ्तार कर सकी।
गुरुवार को तृणमूल नेता मतिरुल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। तृणमूल पंचायत प्रधान के पति मतिरुल इस्लाम की गोली मारकर हत्या कर दी गई और उन्हें अस्पताल ले जाया गया था, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था।
इस घटना में तृणमूल के गुटबाजी के आरोप सामने आए हैं। परिवार की ओर से नवदा प्रखंड तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष शफीउज्जमां शेख और नादिया जिला परिषद सदस्य टीना भौमिक साहा समेत 10 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है। मृतक की पत्नी ने भी सीआईडी जांच की मांग की है।
टीएमसी नेता को पहले मारा बम, फिर मार दी गोली
नदिया के नारायणपुर-2 ग्राम पंचायत के स्वामी मतिरुल करीमपुर 2 प्रखंड के तृणमूल अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष भी थे। उनका बेटा नौदर एक निजी स्कूल में आठवीं कक्षा में एक छात्रावास में पढ़ता था।
मतिरुल कभी-कभी उनसे मिलने नवदा जाते थे। गुरुवार को भी वहां गये थे। कथित तौर पर मोटरसाइकिल को वहीं रोककर बम मारा गया। वहां जब वह गिर गये, तो उन्हें गोली मार दी गयी।
यह भी आरोप है कि मौत सुनिश्चित करने के लिए हाथ की नसों को ब्लेड से काटा गया था। गौरतलब है कि बशीरहाट में तृणमूल गैंग के संघर्ष को रोकने के प्रयास में एक पुलिस कांस्टेबल की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।