कोलकाता: लोकसभा चुनाव से पहले बंगाल की सीएम और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी ने स्पष्ट कर दिया कि टीएमसी बीजेपी और कांग्रेस से समान दूरी बनाकर चलेगी। टीएमसी ही दिखाएगी कि क्षेत्रीय पार्टियों को साथ लेकर बीजेपी के खिलाफ किस तरह लड़ाई की जा सकती है।
टीएमसी सुप्रीमो और सीएम ममता बनर्जी ने शुक्रवार को कालीघाट स्थित अपने आवास पर पार्टी नेताओं के साथ बैठक की। बैठक में क्षेत्रीय दलों को बीजेपी के खिलाफ एकजुट करने और कांग्रेस से समान दूरी बनाकर चलने की रणनीति बनायी गयी।
इस बैठक के बाद टीएमसी सांसद सुदीप बनर्जी ने प्रेस कॉन्फेंस में कहा कि टीएमसी अकेले चुनाव लड़ेगी। उन्होंने कहा कि बंगाल में बीजेपी और कांग्रेस एक साथ चल रही हैं।
बीजेपी और कांग्रेस दोनों पार्टियां टीएमसी को क्षतिग्रस्त कर रही हैं। टीएमसी को संकट में डालाने की साजिश रची जा रही है। सुदीप ने कहा कि ममता बनर्जी ने साफ कर दिया कि सभी क्षेत्रीय पार्टियां जिन राज्यों में मजबूत हैं, वहां चुनाव लड़ें। लोकसभा चुनाव के बाद यह फैसला होगा कि कौन नेता होगा।
क्षेत्रीय दलों से होगी बात
उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी आने वाले दिनों में देश के विरोधी दलों के साथ बातचीत करेंगी। इसी क्रम में ममता बनर्जी ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक के साथ बैठक करेंगी। उसके बाद सीएम दिल्ली भी जाएंगी। महीने में तीन दिन खुद ही बैठक करेंगी।
बनर्जी ने कहा कि लोकसभा चुनाव और पंचायत चुनाव प्रमाणित कर देगा कि कैसे टीएमसी बीजेपी को अटका देगी। यह उदाहरण रहेगा। तीसरे मोर्चे की बात नहीं, बीजेपी विरोधी दलों के साथ बातचीत की प्रक्रिया शुरू होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुद को विपक्ष की बॉस नहीं समझे।
टीएमसी सांसद ने कहा कि बीजेपी ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी को विपक्षी चेहरा बनाना चाहती है। अगर राहुल को विपक्षी चेहरा बनाया गया तो बीजेपी का ही लाभ होगा। उन्होंने कहा कि टीएमसी भ्रष्टाचार से समझौता नहीं करेगी।