कोलकाता : बंगाल में पंचायत चुनाव के ऐलान का रास्ता साफ हो गया है। और इसी के आलोक में विपक्षी दलों को मीलों पीछे छोड़कर तृणमूल सुप्रीमो ममता बनर्जी ने अपनी राजनीतिक जमीन मापने का काम शुरू किया है।
इसके तहत बुधवार को एक ओर ममता बनर्जी केंद्र के खिलाफ धरना देंगी तो दूसरी ओर तृणमूल कांग्रेस के महासचिव छात्रों और युवाओं का आह्वान करेंगे। कोलकाता-हावड़ा में चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं और सूत्रों का कहना है कि बुधवार को महानगर एक बार फिर आंदोलन नगरी में बदल जाएगा।
पंचायत चुनाव से पहले सीएम और टीएमसी सुप्रीमो ने मंगलवार को सिंगुर का दौरा किया। ममता ने सिंगुर से पथश्री और रास्ताश्री परियोजना की शुरुआत की। इस अवसर पर ममता ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार बंगाल को परियोजनाओं के लिए पैसा नहीं देती है। ऐसा लगता है कि जीएसटी का समर्थन कर गलती की है। उन्होंने कहा कि बीजेपी डर दिखाती है। हम लड़ेंगे और जीतेंगे। ममता ने कहा कि कल (बुधवार) से केंद्र सरकार के खिलाफ 48 घंटे का धरना शुरू होगा।
केंद्र के आर्थिक सौतेलेपन के खिलाफ सीएम ममता बनर्जी कोलकाता में बुधवार से लगातार दो दिनों तक धरने पर बैठने वाली हैं। वहीं, टीएमसी के अखिल भारतीय महासचिव और सांसद अभिषेक बनर्जी ने बुधवार को धर्मतला के शहीद मीनार में छात्रों और युवाओं की सभा बुलाई है।
अपने सिंगुर दौरे में ममता बनर्जी ने कहा कि मां-माटी-मानुष का विकास हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही हम विकास की दिशा में एक और कदम आगे बढ़ाते हैं। पंचायत चुनाव से पहले सरकार ने इस प्रोजेक्ट के जरिए 29 हजार से अधिक गांवों में कनेक्टिविटी को बेहतर करने के लिए ये कदम उठाया है।
मेरी भूल थी
ममता ने अपनी एक गलती की बात स्वीकर कर ली। ममता ने कहा कि उनसे एक बड़ी गलती हुई है। उन्होंने कहा कि जीएसटी पर केंद्र सरकार और पीएम मोदी का समर्थन करना उनकी बड़ी भूल रही है।
उन्होंने कहा कि मुझे उस समय लगा था कि इससे राज्य सरकार को फायदा होगा इसलिए हमने इसका समर्थन किया था लेकिन हमें इसकी सुविधा नहीं मिली, जिससे हमें अपनी गलती का एहसास हुआ।
पंचायत चुनाव की परोक्ष तैयारी
राजनीतिक जानकारों की मानें तो वाममोर्चा को बंगाल की सत्ता से उखाड़ फेंकने के लिए टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी ने सिंगुर से राज्यभर में व्यापक आंदोलन छेड़ा था।
अब उसी सिंगुर से केंद्र सरकार के खिलाफ हल्ला बोलते हुए ममता ने अप्रत्यक्ष रूप से पंचायत चुनाव का भी ऐलान कर दिया है। इसी क्रम में कोलकाता में धरना देने के बाद ममता ने विभिन्न जिलों में भी सरकारी कार्यक्रमों के अलावा पार्टी की सभा को भी संबोधित करने की शुरुआत कर दी है।