कोलकाता (सू.स) : गुजरात के मोरबी में पुल टूटने से लोगों की हुई मौत पर पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पीएम नरेंद्र मोदी को घेरा है। इस मामले में पूछे गए सवाल में टीएमसी पार्टी प्रवक्ता कुणाल घोष ने पूछा है कि मोरबी हादसे पर गुजरात सरकार के विरुद्ध प्रधानमंत्री की खामोशी का राज क्या है।
बताया गया है कि प. बंगाल की राजधानी महानगर कोलकाता के पोस्ता इलाके में विवेकानंद फ्लाईओवर के धराशायी होने पर पीएम ने 2016 में कहा था कि राज्य सरकार ने लोगों के साथ धोखा किया है।
तब प्रधानमंत्री ने दावा किया था कि विवेकानंद फ्लाईओवर के गिरने के पीछे भ्रष्टाचार था। आज उसी मामले को सामने लाते हुए कुणाल घोष ने तृणमूल कांग्रेस की ओर से पूछा है कि अब मोरबी हादसे पर पीएम मोदी चुप क्यों हो गए हैं।
प्रधानमंत्री को इस मामले में देश को यह बताना चाहिये कि मोरबी का पुल कैसे टूट गया और डेढ़ सौ से भी ज्यादा लोगों की मौत कैसे हो गई। हालांकि टीएमसी के सवाल पर पलटवार करते हुए भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की ओर से कहा गया है कि टीएमसी के लोग संवेदनाहीन हो चुके हैं। उन्हें मानवता से जुड़े मसलों पर सियासत करने की आदत सी हो गई है।
कोलकाता में हुआ था विवेकानंद फ्लाईओवर हादसा
गौरतलब है कि कोलकाता के पोस्ता इलाके में विवेकानंद फ्लाईओवर के एक हिस्से के गिर जाने से 27 लोगों की मौत 2016 में हो गई थी। तब आरोप लगे थे कि फ्लाईओवर के निर्माण में घटिया दर्जे के इमारती द्रव्यों का इस्तेमाल किया गया था। बाद में ध्वस्त हो चुके फ्लाईओवर के बाकी बचे हिस्से को भी सरकार की अनुशंसा से तोड़ डाला गया।
हाल में गुजरात के मोरबी में भी अचानक एक पुल हादसा हुआ है। जिस पर लीपापोती की कथित तौर पर कोशिश हो रही है।
सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी में बताया गया है कि मोरबी की घटना से बंगाल सरकार भी चौकन्नी हो गई है तथा कमजोर हो चुके पुलों और फ्लाईओवर्स की देखरेख के लिए जरूरी निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
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