दार्जिलिंग और कलिम्पोंग के लिए अलग स्कूल सेवाओं की घोषणा
आम चुनाव से पहले सीएम ने पहाड़ के लिए खेला ट्रंप कार्ड
कोलकाता, सूत्रकार : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दार्जिलिंग और कलिम्पोंग के लिए अलग स्कूल सेवाएं शुरू करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कलिम्पोंग में सरकारी सेवा वितरण कार्यक्रम में भाग ली। उस मंच से, ममता ने पहाड़ियों के लिए अलग से स्कूल सेवाएं शुरू करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इसके अलावा दार्जिलिंग, कलिम्पोंग के लिए अलग जिला स्कूल बोर्ड का गठन किया जायेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसके लिए शुक्रवार को एक तदर्थ समिति गठित की जायेगी।
ममता ने शुक्रवार को कहा कि पहाड़ियों के लिए रीजनल स्कूल सर्विस कमीशन फॉर हिल्स का गठन किया जाएगा। वे ही दार्जिलिंग और कलिम्पोंग के 146 प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों में शिक्षकों के 590 रिक्त पदों पर नियुक्ति करेंगे।
एक प्रशासनिक अधिकारी ने बताया कि इसे विकेंद्रीकरण के दृष्टिकोण से देखना बेहतर है। राज्य सरकार ने भी यह निर्णय उसी दृष्टि से लिया है। सीएम ने कहा बिना नाम लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कुछ लोग हर पांच साल में एक बार उठते हैं और पहाड़ को परेशान करने की कोशिश करते हैं।
उद्योगपति उथल-पुथल की स्थिति में निवेश क्यों करेंगे? मैं आपसे कह रहा हूं, पहाड़ों को शांत रखें, मैं विकास के लिए जिम्मेदार हूं। उन्होंने यह भी कहा कि मतदान के दौरान कई लोग आते हैं, बहुत लालच दिखाते हैं। खाते में 15 लाख देने का वादा किया लेकिन कुछ नहीं दिया। हम जानते हैं कि अपनी बात कैसे रखनी है।
उत्तर बंगाल में 24 हजार करोड़ का निवेश
उत्तर बंगाल के विभिन्न जिलों में राज्य सहित देश के अन्य राज्यों के उद्योगपतियों ने 24 हजार करोड़ रुपये निवेश करने का प्रस्ताव दिया है। जानकारी के अनुसार, उत्तर बंगाल में कूचबिहार से लेकर मालदह तक हर जिले में उद्योग विकसित किये जायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कार्शियांग में घोषणा की कि पहाड़ी विकास के लिए जीटीए को 75 करोड़ रुपये और दिये जायेंगे। पहाड़ों में निवेश के लिए 24 हजार करोड़ रुपये का निवेश प्रस्ताव दिया गया है। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पहाड़ में सूचना प्रौद्योगिकी हब बनाया जायेगा। वहां 24 हजार करोड़ का निवेश किया जाएगा।