शांतिप्रसाद सिन्हा के खिलाफ चार्जशीट दायर
लगे विस्फोटक आरोप, कुंतल घोष के खिलाफ जल्द होगी चार्जशीट पेश
कोलकाता : कुंतल घोष और एसपी सिन्हा पर दबाव लगातार बढ़ता ही जा रहा है। ईडी के बाद अब सीबीआई ने बुधवार को ग्यारहवीं-बारहवीं मामले में एक और चार्जशीट पेश की है। इसमें एसएससी के पूर्व सलाहकार शांतिप्रसाद सिन्हा और कई आरोपियों के नाम शामिल हैं।
एसपी सिन्हा स्कूल सेवा आयोग के उन पूर्व अधिकारियों में से एक हैं जिन्हें भर्ती घोटाले में गिरफ्तार किया गया था। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक चार्जशीट में एसपी सिन्हा के सर्वे पार्क वाले फ्लैट का भी जिक्र है। चार्जशीट में उस फ्लैट से बरामद 60 लाख के जेवरात और 50 लाख रुपये की बरामदगी का भी जिक्र है।
सर्वे पार्क फ्लैट 2019 में खरीदा गया था। सीबीआई अधिकारियों ने पहले फ्लैट की तलाशी ली थी। इसके बाद नकदी और जेवरात बरामद कर लिए गए। केंद्रीय एजेंसी ने दावा किया कि इन सभी को भ्रष्टाचार के पैसे से खरीदा गया है। सीबीआई ने यह भी पाया कि एसपी सिन्हा की पत्नी के एक रिश्तेदार के नाम पर ब्यूटी पार्लर खरीदा गया था।
गौरतलब है कि एसपी सिन्हा के उस फ्लैट से 15 हजार उम्मीदवारों की सूची और कई अहम दस्तावेज भी मिले थे, जिससे जांचकर्ताओं को लगता है कि एसपी सिन्हा से भ्रष्टाचार का कनेक्शन और भी साफ हो गया है।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक इस भ्रष्टाचार से जुड़ी एक और चार्जशीट इसी हफ्ते दाखिल की जाएगी। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक चार्जशीट में कुंतल के अलावा तापस मंडल और एक अन्य एजेंट नीलाद्रि घोष का नाम आने वाला है। आरोप है कि इस शख्स के जरिए नौकरी बेचने का धंधा चल रहा था।
तृणमूल के पूर्व युवा नेता कुंतल घोष औऱ एसपी सिन्हा के खिलाफ चार्जशीट दायर हो सकती है। ईडी इस मामले में कुंतल के खिलाफ पहले ही चार्जशीट दाखिल कर चुका है। इस बार सीबीआई प्रारंभिक भर्ती भ्रष्टाचार मामले में पहली चार्जशीट जारी करने जा रही है।
इसी हफ्ते अलीपुर की विशेष सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट दायर कर सकती है। सूत्रों के मुताबिक, सीबीआई कुंतल घोष को एक नेता के तौर पर शामिल करने वाला है। चार्जशीट 90 दिनों के निर्धारित समय के भीतर प्रस्तुत की जा रही है। माना जा रहा है कि कुंतल घोष इस बार व्यावहारिक रूप से दबाव में रहने वाले हैं।
वहीं, दूसरी ओर नौंवी-दसवीं की नियुक्ति से जुड़े मामले में मंगलवार को अलीपुर की विशेष सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की गई है। उस चार्जशीट में अली इमाम, शाही इमाम और कौशिक घोष का नाम है।
भर्ती मामले में गिरफ्तार बरन्या के तृणमूल विधायक जीवन कृष्णा साहा का वह करीबी एजेंट माना जाता है। ईडी की चार्जशीट में दावा किया गया है कि कुंतल घोष नौकरी देने के नाम पर पैसे लेता था।
यह भी आरोप लगाया गया है कि वह उम्मीदवारों से यह कहकर एडवांस पैसे लेता था कि वह उन्हें नौकरी देगा। ईडी ने चार्जशीट में कहा है कि कुंतल प्राथमिक शिक्षक, ग्रुप डी कार्यकर्ता, लिपिक जैसे विभिन्न सरकारी पदों पर नौकरी दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये वसूलता था।