जनता से आशीर्वाद लेने निकलेंगे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन

 सरकारी योजनाओं को रखेंगे जनता के बीच, मांगेंगे आशीर्वाद

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रांचीः कांग्रेस देशभर में भारत जोड़ो यात्रा कर रही है, तो दूसरी तरफ झारखंड सरकार अब जोहार यात्रा की तैयारी में है।

इस यात्रा में सीएम जनता से आशीर्वाद लेंगे। झारखंड में महागठबंधन की आशीर्वाद जोहार यात्रा 8 दिसंबर से शुरू होगी।

झारखंड सरकार की तीसरी वर्षगांठ पर इस यात्रा का आयोजन होगा। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की इस यात्रा के पीछे कई अहम उद्देश्य हैं।

राज्य की राजनीतिक परिस्थिति को देखते हुए इस यात्रा के कई मायने हैं। इस यात्रा से मुख्यमंत्री सीधे जनता से जुड़ेंगे, वहीं विरोधियों को भी इस यात्रा के जरिए संकेत देने की कोशिश करेंगे।

इस यात्रा को लेकर अब तक आधिकारिक ऐलान नहीं किया गया है। इस यात्रा की रूपरेखा क्या होगी ? इसे लेकर ऐलान किया जायेगा लेकिन जेएमएम सूत्रों के अनुसार इस यात्रा के जरिए झारखंड के सभी जिलों में महागठबंधन सरकार पहुंचने की कोशिश करेगी।

यात्रा तीन चरण में आयोजित किया जा सकता है। पहले चरण में 6 जिले शामिल हैं जबकि दूसरे और तीसरे चरण में 9 – 9 जिलों को कवर किया जा सकता है।

सूत्रों के अनुसार पहले चरण की यात्रा गढ़वा से शुरू हो सकती है। इसके साथ ही पहले चरण में गढ़वा, पलामू, गुमला, लोहरदगा, गोड्डा और देवघर जिले शामिल हैं।

इस यात्रा में जेएमएम के साथ महागठबंधन के कई दिग्गज नेता शामिल होंगे इनमें मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा कैबिनेट में शामिल सभी मंत्री, विधायक और नेता शामिल हैं. यात्रा के दौरान हर जिले में बड़ी जनसभा का आयोजन होगा।मुख्यमंत्री उसी जिले में रहेंगे।

इस यात्रा से एक साथ कई हित साधने की कोशिश है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अवैध खनन और मनी लॉन्ड्रिंग के मामले को लेकर चर्चा में है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस यात्रा के जरिए जनता से सीधा संवाद कायम करेंगे।

यात्रा के जरिए सरकारी योजनाएं, सरकार के अब तक के काम का हिसाब के साथ- साथ विपक्ष पर हमलावर होंगे।

सीएम अपने संबोधन में सरकार को किस तरह की परेशानी आ रही है इसका भी जिक्र करेंगे। भविष्य में सरकार की कौन-कौन सी योजनाओं को लागू करने की रणनीति बना रही है। सरकार जनता के लिए और क्या – क्या कर रही है।

आम लोग कैसे इन योजनाओं का लाभ ले सकते हैं। इस संबंध में विस्तार से चर्चा करेंगे।

पहले चरण की यात्रा 15 दिसंबर तक खत्म हो सकती है। इसके बाद दूसरे और तीसरे चऱण के यात्रा की तैयारी की जायेगी।

ध्यान रहे कि 16 या 17 दिसंबर से झारखंड विधानसभा का शीत कालीन सत्र हो सकता है। इसे ध्यान में रखते हुए यात्रा की रणनीति तैयार की गयी है।

 

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