ट्रेन हादसे पर पर्दा डालने के लिए सीबीआई ने की छापेमारी : ममता
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय सरकार पर लगाया गंभीर आरोप
कोलकाता : केंद्र सरकार ने रेल हादसे पर पर्दा डालने के लिए नगर पालिका की नियुक्ति की जांच के लिए सीबीआई को बुधवार को मैदान में उतारा और नगरपालिका और शहरी विकास विभाग में छापेमारी की गयी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नेताजी इंडोर स्टेडियम में रेल हादसे से पीड़ित परिवारों को आर्थिक सहायता देने के क्रम में यह शिकायत की। उन्होंने कहा कि आज मैंने कुछ नहीं कहा होता लेकिन मुझे कहने के लिए मजबूर किया गया है। सोची थी कि कुछ नहीं कहूंगी लेकिन इतना बड़ा हादसा। परिस्थितियों ने मुझे विवश कर दिया। इस हादसे पर पर्दा डालने का प्रयास किया जा रहा है। जिन परिवारों ने सब कुछ खो दिया है, वे उनसे जवाब मांगेंगे। सच सामने आने दो।
उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि हादसा क्यों हुआ? इतने लोग क्यों मरे? अगर कोई क्रिमिनल केस होता है तो सीबीआई जांच करता। राज्यपाल मलिक ने जो कहा, उसे पुलवामा ने नहीं देखा। सब साफ हो गया। कोई प्रमाण नहीं है। मैं चाहती हूं कि असली सच सामने आए।सीएम ने कहा कि सीबीआई अधिकारी सुबह कोलकाता पहुंचे और कई जगहों पर छापेमारी की। अब वे लोग बाथरुम में भी छापेमारी करेंगे। उनके पास यही काम रह गया है। बस इतना ही बचा है। इतना बड़ा हादसा इसको छुपाया नहीं जा सकता। झूठ बोलने से आग नहीं बुझती।
मुआवजा नीति पर सवाल
मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार की मुआवजा नीति पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि कृपया मुआवजा न दें। जब मैं रेल मंत्री थी तब मैं मुआवजा देती थी। मैंने 15 लाख दिया। इसको देना आपका कर्तव्य है। ममता ने आगे कहा कि हमने जितना दिया, उससे कहीं ज्यादा देने की मानसिकता रखते हैं। हमने ऐसा इसलिए किया क्योंकि हम इंसान हैं। वे मेरे राज्य के लोग थे।
इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा मिलनी चाहिए। कई लोग रो रहे हैं। सीएम ने मृतकों के परिजनों और घायलों को चेक सौंपी। साथ ही दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल अथर्व के परिवार के एक सदस्य को विशेष होमगार्ड की नौकरी देने की भी घोषणा की। इसके साथ ही ममता ने उन्हें नियुक्ति पत्र भी सौंप दिया।
31 लोगों को 5 लाख रुपये का चेक, आपदा से निपटने के लिए 10 हजार रुपये मुआवजा और होमगार्ड का नियुक्ति पत्र दिया गया। गंभीर रूप से घायलों को चिकित्सा खर्च के लिए एक लाख रुपये और 10 हजार रुपये दिए गए। 2000 का भुगतान अगले 3 महीनों तक राज्य सरकार की ओर से किया जाएगा। घायलों को 50 हजार रुपये का चेक दिया गया। इस दौरान ममता ने 51 लोगों को चेक दिया। 10 करोड़ 84 लाख 40 हजार रुपए का भुगतान किया गया। 31 लोगों को होमगार्ड की नौकरी दी गई।
मुख्यमंत्री ने कहा ये बातें बड़ी दुखदायी हैं। राज्य में कुल मौत 103 लोगों की हुई हैं। 86 शव मिले हैं। हमने 86 लोगों को आर्थिक मदद और नौकरी दी है। 172 गंभीर रूप से घायल हैं, उन्हें आर्थिक सहायता भी दी गई है।
सीएम ने कहा कि 40-50 लोग अभी भी लापता हैं। कोलकाता और राज्य पुलिस ने समन्वय में काम किया है। जो लापता हैं उनकी तलाश होगी। 799 प्रवासी श्रमिक हैं। मानवीय कारणों से उन्हें 10,000 रुपये दिए गए। अगले 3 महीने तक 2 हजार रुपए का भुगतान किया जाएगा। इस मामले पर नजर रखने के लिए अगले 6 माह के लिए प्रत्येक जिले में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किए जाएंगे।