6 जिलों में बनाया जाएगा पटाखा हब, भरपूर रोजगार की उम्मीद
मुख्यमंत्री जल्द एक क्लस्टर का करेंगी उद्घाटन
कोलकाता: जैसा कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वादा किया था, राज्य के छह जिलों में पटाखा हब स्थापित किए जाएंगे। नवान्न के अनुसार, हब के विकास के लिए भूमि की पहचान कर ली गई है। पहले चरण में, ये क्लस्टर उत्तर और दक्षिण चौबीस परगना, मेदिनीपुर, बीरभूम, हुगली और कोलकाता के ईएम बाईपास क्षेत्रों में बनाए जाएंगे। वहां एक ही छत के नीचे कारीगर वैज्ञानिक तरीके से पटाखे बनाएंगे। इससे एक ओर जहां प्रदूषण पर अंकुश लगेगा, वहीं दुर्घटनाएं भी कम होंगी। नवान्न का मानना है कि क्लस्टर में कम से कम 5 हजार लोगों को रोजगार मिलेगा। इस में सैकड़ों करोड़ रुपये निवेश किए जाएंगे। मुख्यमंत्री 23 अगस्त को नवान्न से दक्षिण चौबीस परगना के एक क्लस्टर का औपचारिक उद्घाटन करने वाली हैं। वह या तो चंपाहाटी या महेशतला में होगा। प्रत्येक क्लस्टर में पटाखा गोदाम के अलावा एक फायर स्टेशन और एक अनुसंधान केंद्र होगा।
कोलकाता में ईएम बाईपास के बगल में बनने वाले क्लस्टर में 80 स्टॉल होंगे। इसके अलावा मुख्य सचिव ने हर जिले में पटाखा बाजार खोलने का निर्देश एसपी, डीएम को दिया है। पटाखा क्लस्टर के शुभारंभ के साथ ही राज्य के कारीगरों को हरित आतिशबाजी बनाने का प्रशिक्षण देने का काम भी शुरू हो गया है। पश्चिम बंगाल लघु एवं कुटीर उद्योग विभाग के अनुसार अब तक लगभग 300 लोगों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। हुगली के महेशतला, बेगमपुर और बर्दवान में तीन दौर के प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए गए हैं। विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में लाइट और फुलझड़ी का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। प्रशिक्षण के बाद करीगरों की ओर से बनाई गई पटाखे के नमूने राष्ट्रीय पर्यावरण इंजीनियरिंग संस्थान, नागपुर को भेजे जाएंगे। उन्हें प्रमाण पत्र के साथ अग्निशमन विभाग में आवेदन करना होगा। जिलाधिकारी फायर क्लीयरेंस देकर अंतिम मंजूरी देंगे।