शिक्षण संस्थाओं में डीडीसी के औचक निरीक्षण से अधिकारियों-कर्मियों में मचा हड़कंप,

हॉस्टल और अस्पताल में अव्यवस्था से नाराजगी

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संतोष वर्मा

चाईबासा :  शिक्षा विभाग हो या स्वास्थ विभाग या फिर जिले में चल रही विकास योजनाओं में कोई गड़बड़ी हुई तो अब नहीं बचेगें अधिकारी,पदाधिकारी और कर्मचारी। सावधान हो जाएं नहीं तो कभी भी जिले के उपायुक्त अपने दलबल के साथ निरीक्षण को पहूंच सकते हैं, बीती रात्री में पश्चिम सिंहभूम जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल के निर्देश पर उप विकास आयुक्त संदीप बख्शी के द्वारा आज मध्यरात्रि में मुख्यालय शहर चाईबासा स्थित अनुसूचित जनजाति आवासीय बालिका उच्च विद्यालय छात्रावास, मंगीलाल रूंगटा उच्च विद्यालय, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, जिला स्कूल चाईबासा, सेंट्रलाइज किचन, सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान संस्थानों में उपलब्ध व्यवस्थाओं का क्रियान्वयन एवं विद्यार्थियों को दी जाने वाली सुविधाओं, रख-रखाव आदि का अवलोकन किया गया।

डीडीसी ने दिए कई दिशा-निर्देश

निरीक्षण उपरांत उप विकास आयुक्त के द्वारा बताया गया कि औचक निरीक्षण का मुख्य उद्देश्य उपर्युक्त संस्थानों, जहां विद्यार्थी एवं बच्चे रहते हैं,
उन स्थानों पर आज के समय में क्या व्यवस्थाएं क्रियान्वित है, उसकी जानकारी प्राप्त करना है। सेंट्रलाइज किचन में मौजूद सुविधा पर उन्होंने संतोष जताया। परंतु उनके द्वारा छात्रावास और सदर अस्पताल के कमरों में अतिरिक्त लाइट और समुचित साफ-सफाई रखने हेतु निर्देशित किया गया। निरीक्षण के दौरान ऑन ड्यूटी पदाधिकारियों एवं कर्मियों को निष्ठा पूर्वक कर्तव्य स्थल पर उपस्थित रहने हेतु भी निर्देशित किया गया। उक्त औचक निरीक्षण के दौरान प्रशिक्षु आईएएस ओम प्रकाश गुप्ता, अनुमंडल पदाधिकारी चक्रधरपुर सुश्री रीना हांसदा, जिला कल्याण पदाधिकारी श्री लक्ष्मण हरिजन, कार्यपालक अभियंता भवन प्रमंडल, कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद, प्रखंड विकास पदाधिकारी सदर सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

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