बंगाल में फिर दिखा ED एक्शन

मंत्री सहित तीन टीएमसी नेताओं के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी

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कोलकाता, सूत्रकार :  ममता बनर्जी की सरकार की फिर मुसीबत बढ़ती दिख रही है। नगरपालिका भर्ती घोटाला मामले में ईडी का एक्शन शुक्रवार को दिखा।

नगरपालिका भर्ती भ्रष्टाचार मामले की जांच के सिलसिले में ईडी ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के तीन नेताओं के घर छापेमारी की है। इनमें राज्य के दमकल मंत्री सुजीत बसु, बड़ानगर (उत्तर) के विधायक तापस राय एवं उत्तर दमदम नगरपालिका के पार्षद तथा पूर्व नपा चेयरमैन सुवोध चक्रवर्ती शामिल हैं।

ईडी की टीम ने दमकल मंत्री सुजीत बोस के दो ठिकानों पर छापा मारा है। केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने सुबह करीब सात बजे लेकटाउन के श्रीभूमि में मंत्री के दो घरों पर छापेमारी की। केंद्रीय बलों ने मंत्री के घर को बाहर से घेर लिया।

इसके अलावा, ईडी शुक्रवार सुबह नगरपालिका भर्ती भ्रष्टाचार मामले में दो अन्य स्थानों पर भी छापेमारी कर रही है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने तृणमूल विधायक और विधानसभा में पार्टी के उप सचेतक तापस रॉय तथा उत्तर दमदम नगरपालिका के वार्ड नंबर 19 के तृणमूल पार्षद सुबोध चक्रवर्ती के घर पर भी छापेमारी की है। तापस बराहनगर से तृणमूल विधायक हैं। ईडी ने उनके बहूबाजार स्थित घर पर छापेमारी की है।

वहीं, सुबोध उत्तर दमदम नगरपालिका के वार्ड नंबर 19 के पार्षद हैं। इससे पहले, वह उत्तर दमदम नगरपालिका के चेयरमैन भी थे। ईडी अधिकारियों की एक टीम शुक्रवार सुबह करीब 7:30 बजे बिराटी के खलिसाकोटा गांव स्थित उनके घर पहुंची। सुबोध के घर के आसपास भी केंद्रीय बल तैनात था।

उल्लेखनीय है कि सुजीत को पहले पालिका भर्ती भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के सिलसिले में एक अन्य केंद्रीय जांच एजेंसी, सीबीआई द्वारा तलब किया गया था। पिछले साल 31 अगस्त को सीबीआई अधिकारियों ने उन्हें तलब किया था।

सार्वजनिक रोजगार में भ्रष्टाचार की जांच के दौरान कई जगहों पर तलाशी लेने पर कई दस्तावेज बरामद किये गये। जांच एजेंसी के मुताबिक, उन्हीं दस्तावेजों के आधार पर ईडी ने सुजीत के घर पर छापेमारी की है। 2016 में सुजीत दक्षिण दमदम नगरपालिका के उप प्रमुख थे।

गौरतलब है कि ठीक एक सप्ताह पहले ही ईडी के अधिकारी संदेशखाली इलाके में टीएमसी नेता शाहजहां शेख के घर में छापेमारी करने गयी थी तो उसको भीड़ का सामना करना पड़ा था।

भीड़ ने ईडी अधिकरियों पर हमला कर दिया था। इस हमले में ईडी के अधिकारी घायल हो गए थे। इसके बाद से राज्य़ में एक भूचाल आ गया। ईडी की रिपोर्ट मुख्यालय को देने के बाद उसके एक्टिंग निदेशक राहुल नवीन कोलकाता आए और उन्होंने दो महत्वपूर्ण बैठकें कीं।

एक बैठक ईडी अधिकारियों के साथ की थी। इस बैठक में कई फैसले लिए गए थे। बाद में उन्होंने राज्यपाल सीवी आनंद बोस के साथ बठक की थी। बता दें कि संदेशखाली की घटना पर राज्यपाल ने अपना कड़ा रुख अख्तियार किया था और राज्य सरकार को आड़े हाथ लिया था।

10 बातों में जानें बंगाल में ईडी का एक्शन

  1. नगरपालिका में नौकरी घोटाले से जुड़े मामले में यह छापेमारी हुई।
  2. संदेशखाली की घटना के बाद बड़ी संख्या में केन्द्रीय सुरक्षा बलों के साथ गए ईडी के अधिकारी।
  3. ठीक एक हफ्ते के बाद ईडी की यह छापेमारी हुई।
  4. दमकल मंत्री सुजीत बोस के दो घरों पर छापेमारी की गयी।
  5. विधायक तापस रॉय के ठिकाने पर भी छापेमारी।
  6. उत्तर दमदम नगरपालिका के पूर्व चेयरमैन रह चुके सुबोध चक्रवर्ती के घर पर भी छापा पड़ा।
  7. संदेशखाली की घटना के बाद इस बार सीआरपीएफ के जवानों की बड़ी संख्या में तैनाती। पुलिस भी छापामारी स्थलों पर रही मौजूद।
  8. पिछले शुक्रवार को हुई थी संदेशखाली की घटना।
  9. इसके बाद ईडी के डायरेक्टर भी पहुंचे थे, जिन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की थी।
  10. ईडी के एक्टिंग डायरेक्टर की बैठक के बाद से राज्य में ईडी की कार्रवाई में तेजी नजर आ रही है।

 

कौन हैं सुजीत बोस?

सुजीत बोस मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार में मंत्री हैं। वे पश्चिम बंगाल की विधाननगर सीट से विधायक हैं। 61 साल के सुजीत बोस का 1 नवंबर, 1962 को कोलकाता में जन्म हुआ था। उनके पास अभी फिलहाल ममता सरकार में फायर डिपॉर्टमेंट के साथ आपातकालीन सेवाओं का (स्वतंत्र प्रभार) है। सुजीत बोस 2011 में पहली बार विधाननगर से जीते थे। तब से वह लगातार वहां से विधायक हैं। 2021 के चुनावों में उन्होंने बीजेपी की उम्मीदवार सब्यसाची दत्ता को हराया था।