मनरेगा योजनाः ग्राम प्रधान पर लगा हेराफेरी का आरोप

ग्राम पंचायत चतरभोजपुर कुशल का मामला

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बिजनौरः सरकारी धन में चतुराई के साथ सेंध लगाने का मामला नजीबाबाद तहसील के किरतपुर क्षेत्र स्थित ग्राम पंचायत चतरभोजपुर कुशल में देखने को मिला है। जहां मनरेगा योजना में ग्राम प्रधान ने अपने ही कुटुम्ब से एक ही परिवार के जाब कार्ड बनाकर लाखों की धनराशि मजदूरी दिखाकर हड़प ली।

गौरतलब है कि ग्राम चतरभोजपुर की प्रधान अनिता देवी है, जिनके पति भूदेव सिंह किसान और पुत्र विशाल अध्ययन कर रहा है। विशाल का नाम कुटुम्ब के ही सचिन के जाब कार्ड संख्या 113 में शामिल कर 80 दिन का रोजगार के 17,466 रुपये परिवार के दीपक पुत्र अजीत के खाते में भेज दी गई।

प्रधान अनिता देवी के जेठ अजीत सिंह के घर में ही कई जाब कार्ड बने हुए है। 87 वर्षीय अजीत सिंह की आयु 50 वर्ष दर्शाते हुए 89 दिन, अजीत के पुत्र दीपू को अलग कार्ड पर 68 दिन, दीपू की पत्नी नीकू अलग कार्ड पर 67 दिन अर्थात एक ही परिवार को 215 दिनों का रोजगार का 45,795 रुपये का भुगतान कर सरकार को चूना लगाया गया।

उपायुक्त विजय कुमार यादव ने इन घोटालों के बारे में अनभिज्ञता प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि शिकायत मिलेगी तो जाचं करायेंगे। अधिकारियों का गैर जिम्मेदाराना व्यवहार ही इस योजना को भ्रष्टाचार की भेंट चढा़ रही है। ये तो एक ही गांव का मामला है।

जबकि कहा जाता है कि जिले भर में घोटाले बड़ी संख्या में मिल सकतें है। अगर सभी गांव में जाचं कराईं जाये। इन घोटाले में प्रधान के साथ-साथ सरकारी मशीनरी की भी मिलीभगत भी मानी जा रही है।

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