यूक्रेन में युद्ध-विराम और कूटनीति के रास्ते पर लौटने का तरीका तलाशना होगा: PM मोदी

मोदी ने जी20 के नेतृत्व के लिए इंडोनेशिया की तारीफ भी की

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इंडोनेशियाः भारत की जी-20 की आगामी अध्यक्षता का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि उन्हें विश्वास है कि जब  गौतम बुद्ध और महात्मा गांधी की धरती पर जी-20 की बैठक होगी, तो हम सभी एक-साथ विश्व को शांति का ठोस संदेश देंगे।

खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा पर बुलाए गए सत्र में मोदी ने वैश्विक समस्याओं के असर को रेखांकित किया और कहा कि पूरी दुनिया में आवश्यक वस्तुओं का संकट है और हर देश के गरीब नागरिकों के लिए चुनौतियां अधिक बढ़ गई हैं।

मोदी ने कहा कि भारत की ऊर्जा-सुरक्षा वैश्विक विकास के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि वह  दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है।

उन्होंने कहा कि हमें ऊर्जा की आपूर्ति पर किसी प्रतिबंध को बढ़ावा नहीं देना चाहिए और ऊर्जा बाजार में स्थिरता सुनिश्चित की जानी चाहिए।

इस सत्र में अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक और रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव सहित कई विश्व नेताओं ने हिस्सा लिया।

प्रधानमंत्री ने यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के मद्देनजर रूसी तेल और गैस की खरीद के खिलाफ पश्चिमी देशों के आह्वान के बीच ऊर्जा आपूर्ति पर कोई प्रतिबंध नहीं लगाने का आह्वान किया।

भारत रियायती दरों पर रूसी कच्चा तेल खरीदता रहा है। मोदी ने कहा कि भारत स्वच्छ ऊर्जा और पर्यावरण के लिए प्रतिबद्ध है।

इंडोनेशिया के बाली में हो रहे शिखर सम्मेलन में उन्होंने कहा कि 2023 तक हम अपनी जरूरत की आधी बिजली का उत्पादन नवीकरणीय ऊर्जा स्रोतों से करेंगे।

समावेशी ऊर्जा परिवर्तन के लिए विकासशील देशों को समयबद्ध और किफायती वित्त और प्रौद्योगिकी की सतत आपूर्ति की जरूरत है।

यूक्रेन संघर्ष पर उन्होंने बातचीत के माध्यम से संकट को हल करने का अपना आह्वान दोहराया।