कोलकाताः साल 2022 का आखिरी सूर्य ग्रहण आरंभ हो गया है। यह सूर्य भारतीय समय के अनुसार सबसे पहले आइसलैंड में दोपहर 2 बजकर 29 मिनट पर शुरू हो गया है। ग्रहण शाम 6 बजकर 20 मिनट पर अरब सागर में खत्म होगा।
भारत में शाम करीब 4 बजकर 29 मिनट पर सूर्य ग्रहण शुरू होगा और शाम करीब 6 बजकर 9 मिनट पर ग्रहण खत्म होगा। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता से लेकर देश के उत्तरी हिस्से में आंशिक सूर्य ग्रहण देखा जा सकेगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य ग्रहण का सूतक काल ग्रहण शुरू होने से 12 घंटे पहले शुरू हो जाता है जो ग्रहण खत्म होने के साथ समाप्त होता है धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक सूर्य ग्रहण काल के दौरान शुभ और मांगलिक कार्यों को नहीं किया जाता है। शास्त्रों में सू्र्य को देवता माना जाता है। राहु और केतु सू्र्य को कुछ देर के लिए अपना ग्रास बना लेते हैं। ऐसी स्थिति में सूर्य ग्रहण हो जाता है।
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सूर्यग्रहण एक खगोलीय घटनाः
अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा है कि सूर्यग्रहण को एक खगोलीय प्राकृतिक घटना के रूप में ही लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सूर्य को सामान्य दिनों में नंगी आँखों से देखना भी आँखों के लिए हानिकारक है।
सूर्य से आने वाली प्रकाश की किरणों के साथ ही अल्ट्रावायलेट व इन्फ्रारेड किरणें भी होती हैं जो आँख के परदे (रेटिना) की कोशिकाओं पर पड़ती हैं। आंखों की सुरक्षा के लिए सूर्यग्रहण को रंगीन फिल्म, पानी में, दूरबीन से, धूप के चश्मे से न देखें।
उन्होंने कहा कि सूर्य ग्रहण एक प्राकृतिक खगोलीय घटना है जो न यह किन्हीं के लिए शुभ है व न किसी के लिये अशुभ। अतएव किसी भी भ्रम में न पड़ना ही उचित होगा।