झालदा नगरपालिका में विश्वास मतः कांग्रेस ने मारी बाजी

पंचायत चुनाव से पहले TMC को झटका

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कोलकाताः अगले साल 2023 में होने वाले पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव से पहले सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) को बड़ झटका लगा है। बंगाल के पुरुलिया जिले की झालदा नगरपालिका में हुए विश्वास मत में TMC की हार हुई है।

वहीं, कांग्रेस ने इस पालिका पर जीत के बाद झालदा शहर में विजय उत्सव जुलूस निकाला। जुलूस से कांग्रेस समर्थकों ने मृत पूर्व पार्षद तपन कांदु के नाम पर नारे भी लगाये।

दूसरी ओर, 2 निर्दल पार्षदों के समर्थन के साथ कांग्रेस ने बहुमत साबित कर दिया। आश्चर्य की बात यह है कि सोमवार को झालदा नगरपालिका में विश्वास मत में TMC का एक भी पार्षद उपस्थित नहीं था।

उल्लेखनीय है कि झालदा नगरपालिका के प्रधान सुरेश अग्रवाल के खिलाफ विपक्ष ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था। 12 सीटों वाली इस पालिका में 5 कांग्रेस पार्षदों और 1 निर्दल पार्षद (कुल 6 पार्षदों) ने अविश्वास प्रस्ताव लाया था।

इसके बाद ही पालिका में सत्तारूढ़ पार्टी को मुश्किल में डालते हुए 3 नंबर वार्ड से TMC पार्षद शीला चटर्जी ने पार्टी का दामन छोड़ दिया। जिन्होंने पहले निर्दल प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीत कर TMC का झंडा थाम था लेकिन अब शील चटर्जी के TMC छोड़ने पर पालिक में समीकरण बदल गया।

अब इस पालिका में विपक्ष पार्षदों की संख्या 6 से बढ़कर 7 हो गयी। जिससे यह स्पष्ट हो गया कि पालिका से TMC को सत्ता खोना पड़ा। इसके साथ ही सुरेश अग्रवाल के पालिका प्रधान की कूर्सी भी जाने वाली है।

झालदा पालिक में हुई जीत पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नेपाल महतो ने ट्वीट भी किया है। उन्होंने उम्मीद जताया कि इस दिन के नतीजों का असर आसन्न पंचायत चुनाव पर पड़ेगा।

 

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आपको बता दें कि विछले पालिका चुनाव के बाद ही झालदा नगरपालिका के 2 नंबर वार्ड से विजयी कांग्रेस पार्षद तपन कांदु की हत्या कर दी गयी थी।

उस घटना को लेकर प्रदेश की राजनीति में काफी हो-हल्ला मचा था। तपन की हत्या के लिए कांग्रेस ने सत्तारूढ़ पार्टी पर आरोप लगाया था। इस घटना की जांच का दायित्व बाद में सीबीआई को सौंप दिया गया।

दूसरी ओर, 2 नंबर वार्ड में हुए उप-चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर तपन के भतीजे मिथुन कांदु की जीत हुई लेकिन अब झालदा नगरपालिका पर कांग्रेस का कब्जा हो गया है।