UP News: मुगल गार्डेन का नाम बदलने पर बोली मायावती, देश की जनता महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी से त्रस्त

लोगों का ध्यान बांटने का प्रयास

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लखनऊः केंद्र सरकार ने मशहूर मुगल गार्डन (Mughal garden) का नाम बदल दिया है। इस पर बीएसपी (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) की प्रतिक्रिया आई है।

मायावती ने नफरती भाषणों और बायकाट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, कुछ मुट्ठीभर लोगों को छोड़कर देश की समस्त जनता जबरदस्त महंगाई, गरीबी व बेरोजगारी आदि के तनावपूर्ण जीवन से त्रस्त है,

जिनके निदान पर ध्यान केन्द्रित करने के बजाय धर्मान्तरण, नामान्तरण, बायकाट व नफरती भाषणों आदि के जरिए लोगों का ध्यान बांटने का प्रयास घोर अनुचित व अति-दुःखद।

मुगल गार्डन का नाम बदले पर प्रतिक्रिया देत हुए बीएसपी चीफ ने कहा, ताजा घटनाक्रम में राष्ट्रपति भवन के मशहूर मुग़ल गार्डेन का नाम बदलने से क्या देश व यहां के करोड़ों लोगों के दिन-प्रतिदिन की ज्वलन्त समस्यायें दूर हो जाएंगी।

वरना फिर आम जनता इसे भी सरकार द्वारा अपनी कमियों व विफलताओं पर पर्दा डालने का प्रयास ही मानेगी।

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इस साल 31 जनवरी से खुलेगा गार्डनः

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति भवन का प्रसिद्ध मुगल गार्डन अब ‘अमृत उद्यान’ के नाम से जाना जाएगा। शनिवार को जारी एक आधिकारिक बयान में यह जानकारी दी गई।

राष्ट्रपति की उप प्रेस सचिव नविका गुप्ता ने एक बयान में कहा, आजादी के अमृत महोत्सव के दौरान भारत की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू राष्ट्रपति भवन उद्यानों को ‘अमृत उद्यान’ के रूप में एक सामान्य नाम देकर प्रसन्न हैं। सरकार ने पिछले साल दिल्ली के प्रतिष्ठित ‘राजपथ’ का नाम बदलकर ‘कर्तव्य पथ’ कर दिया था।

बता दें कि अमृत उद्यान साल में एक बार जनता के लिए खुलता है और लोग 31 जनवरी से इस उद्यान को देखने जा सकते हैं।

इस साल के उद्यान उत्सव में, कई अन्य आकर्षणों के साथ ही आगंतुक 12 अनूठी किस्मों के विशेष रूप से उगाए गए ‘ट्यूलिप’ के फूल देख पाएंगे. उद्यान 31 जनवरी, 2023 को आम जनता के लिए खुलेंगे।

26 मार्च, 2023 तक खुले रहेंगे, जबकि हर सोमवार को यह बंद रहेगा. साथ ही ये उद्यान आठ मार्च को होली के मौके पर भी बंद रहेगा।