पारंपरिक पोशाक पहनकर चाय की पत्तियां तोड़ती दिखीं सीएम ममता

शादी गुरुवार सुबह कार्शियांग के सामुदायिक भवन में संपन्न हुई

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सिलीगुड़ी, सूत्रकार : मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपने भतीजे की शादी के मौके पर कार्शियांग में हैं। शादी गुरुवार सुबह कार्शियांग के सामुदायिक भवन में संपन्न हुई। दरअसल, कार्शियांग की बेटी दीक्षा छेत्री की शादी मुख्यमंत्री के भतीजे आबेश बनर्जी से हुई है। इस मौके पर मुख्यमंत्री कार्शियांग में हैं। मुख्यमंत्री के अलावा, अभिषेक बनर्जी भी कार्शियांग में मौजूद हैं।

भले ही मुख्यमंत्री शादी समारोह में कार्शियांग पहुंची हैं, किंतु पहाड़ में उनकी दिनचर्या पहले जैसी ही है। मुख्यमंत्री सुबह-सुबह पंखाबारी रोड पर सैर करती हुई देखी गईं। इसके बाद वे मकाइबारी चाय बागान पहुंचीं और महिला चाय श्रमिकों के साथ चाय की पत्तियां तोड़ती नजर आईं। इस दौरान मुख्यमत्री ने चाय श्रमिकों की पारंपरिक पोशाक पहन रखी थीं।

दोपहर के डेढ़ बजे मुख्यमंत्री कार्शियांग के रिसॉर्ट से निकलकर पंखाबारी रोड स्थित चाय बागान के लिए रवाना हो गयी। चाय बागान में पहुंचकर उन्होंने पहाड़ी वस्त्र धारण किये। इसके बाद वह बगीचे के मजदूरों के साथ पत्तियां तोड़ने के लिए नीचे चली गयीं।

चाय की पत्तियाँ तोड़ने का काम मुख्यतः महिला श्रमिकों द्वारा किया जाता है। सबसे पहले ममता ने कार्यकर्ताओं से पेड़ों से पत्तियां तोड़ना सीखा। कुछ ही देर में मुख्यमंत्री खुद चाय की पत्तियां तोड़ने लगीं। वह सिर पर टोकरी बांधकर पत्ते उठाती हुई दिखीं।

मुख्यमंत्री ने कहानी के माध्यम से मजदूरों के घरों का हाल-चाल जाना। उन्होंने चाय बागान का हाल जानने के साथ ही उनकी आय के बारे में भी विस्तार से पूछताछ कीं। राज्य के मुख्यमंत्री को पता चला कि चाय श्रमिक एक-एक कर पूछ रहे थे कि जिस जमीन पर वे रहते हैं, उसका पट्टा है या नहीं। उत्तर चाय बागानों में चाय की पत्तियाँ चुनते समय श्रमिक एक निश्चित गीत गाते हैं।

ममता उन्हें वह गीत गाने को कही। जब गीत शुरू हुई तो वे ताली भी बजा रही थीं। मुख्यमंत्री का कल यानी शुक्रवार को कार्शियांग के मोंटेविट ग्राउंड में जीटीए क्षेत्र के लिए एक सेवा वितरण कार्यक्रम में भाग लेने का कार्यक्रम है। इस दौरान उत्तर बंगाल में कुछ प्रशासनिक कार्यक्रम भी है।