कोलकाताः सांस्कृतिक पुनर्निर्माण मिशन द्वारा आयोजित 28वें हिंदी मेले की तैयारी बैठक सभा सम्पन्न हुई। जिसमें विभिन्न शिक्षण संस्थानों के प्रतिनिधि उपस्थित थे। इस सभा में 28वां हिंदी मेला का परिपत्र और पोस्टर जारी किया गया।
इस बार इस मेले का केंद्रीय विषय वर्तमान सभ्यता और आदिवासी है। इस अवसर पर आयोजित राष्ट्रीय संगोष्ठी में देश के कई प्रान्तों से आदिवासी लेखक भाग लेंगे। इस अवसर पर शोक सभा करके प्रो. मैनेजर पांडेय को श्रद्धांजलि दी गई।
संस्था के अध्यक्ष प्रो. शंभुनाथ ने कहा कि आलोचक मैनेजर पांडे व्यवस्था पर हंसते हुए प्रहार करते थे और प्रहार करते हुए हंसते थे। उनकी हंसमुख आलोचना हमेशा याद रखी जाएगी।
वहीं, विद्यासागर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर संजय जायसवाल ने कहा कि मैनेजर पांडेय ने हिंदी आलोचना के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वे कुशल वक्ता थे और प्रगतिशील चेतना के महत्वपूर्ण पक्षधर थे।
इस सभा में डॉ अवधेश प्रसाद सिंह, मृत्युंजय, राजेश मिश्रा, अनिता राय, राज्यवर्द्धन, सुरेश शॉ, श्रीप्रकाश गुप्ता, प्रो.इबरार खान, मनीषा गुप्ता, प्रो.लिली शाह, धनंजय प्रसाद, विकास जायसवाल, मधु सिंह, पूजा गुप्ता, रूपेश यादव, सूर्यदेव राय सहित मिशन के अन्य साथियों ने मैनेजर पांडे के प्रति अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त की।
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